Top100+ Crypto Currency Terms in Hindi l क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें इस पोस्ट के माध्यम से आप सभी को क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी जितने भी terms हैं, उन सभी को एक-एक करके इस पोस्ट पर विस्तार से विश्लेषण किया गया है, जिन्हें पढ़ने के बाद आप सभी को क्रिप्टो करेंसी जुड़े पारिभाषिक शब्द के बारे में बहुत कुछ जानकारी मिलने वाली है, इसलिए इस पोस्ट को कृपया करके पूरा अध्ययन करें जिसे क्रिप्टोकरंसी से जुड़ी सभी जानकारी आपको मिल सके-
Top100+ Crypto Currency Terms in Hindi l क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
Bitcoin kya hai (बिटकॉइन)
बिटकॉइन एक virtual currency है। यह एक ऐसी crypto currency है जिसको हम लोग देख तो सकते हैं पर छू नहीं सकते हैं, यह वर्चुअल या डिजिटल रूप में पाई जाती है।इसे इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सिक्योर करके वॉलेट में रखा जाता हैं। पिछले कुछ वर्षों में इसका चलन बहुत अधिक बढ़ गया है। इसका प्रयोग करके अन्य करेंसी की तरह कोई भी प्रोडक्ट या सर्विस खरीद सकते हैं जिस तरह से हम सभी इनका प्रयोग दैनिक जीवन जैसे – Dollar, Rupee, Krona, Dinar आदि का । तो चलिए विस्तार से जानते है कि Bitcoin kya hai।
Altcoin क्या है? (अल्टकॉइन)
अल्टकॉइन एक प्रकार का coin है, जो बिटकॉइन के बाद इनका जन्म हुआ है, लेकिन यह बिटकॉइन नहीं है, Altcoins दूसरे सबसे लोकप्रिय सिक्के, Ethereum से लेकर बहुत कम बाजार मूल्य वाले कई हजारों COIN है। क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि आपको निवेश के रूप में बड़े COIN में अपना हाथ आजमाना चाहिए तथा अच्छे क्रिप्टोकरेंसी से चिपके रहना चाहिए।
Bitcoin kya hai इसको जानने से पहले चलिए जानिए है एक अंग्रेजी शब्द ‘Crypto’ बारे में , जिसका अर्थ होता है गुप्त। cryptography के नियमों के आधार पर Bitcoin काम करती है। cryptography का अर्थ है कोडिंग । जिसे हम कह सकते है भाषा को सुलझाने की कला। Bitcoin को हम bitcoin wallet में सेव करते हैं। इसका प्रयोग हम एक सुरक्षित ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ( लेन देन ) करने के लिए करतें हैं।
इस कॉइन को आज आम आदमी ही नहीं बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियों ने भी एक्सचेंज ( लेन देन ) के रूप में अपनाया है, जैसे – Microsoft, Tesla आदि। इसको 2008 में सातोशी नाकामोतो नामक एक आदमी ने बनाया था लेकिन 2009 में इसे ओपन मार्केट में लॉन्च किया । इस कॉइन कहे या करेंसी कहे इनका सबसे छोटी यूनिट सातोशी हैं, 1 Bitcoin= 10 करोड़ सातोशी होता हैं। सातोशी नाकामोतो को बिटकॉइन का फाउंडर( जन्म दाता ) कहा जाता है।
(Bitcoin Cash) बिटकॉइन कैश क्या है ?
यह एक पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम है जो बिटकॉइन की तरह ही एक coin है। जहां बिटकॉइन को बड़े मात्रा में एक मुद्रा के रूप में उपयोगी होने के लिए बहुत ही आसानी से स्वीकार किया जाता है, वही दूसरी ओर बिटकॉइन कैश को लेनदेन के लिए अच्छा और अनुकूलित तरीका से डिज़ाइन किया गया है। यह बिटकॉइन से बिलकुल अलग है ।
Blockchain क्या होता है ?
Blockchain तकनीक IT industry को इस तरह से बदलने वाला है जैसे की open-source software ने एक दशक पहले बदला था। और हमलोग जानते है की जिस प्रकार Linux ने करीब एक दशक से modern application development में भूमिका निभा रहा था , ठीक वैसे ही Blockchain भी वर्त्तमान और आने वाले समय में एक बहुत ही बेहतरीन अवसर प्रदान करने वाला है, information share करने के लिए , और वह बहुत ही कम खर्च पर होगा और बड़ी आसानी से इसे लागु किया जा सकता है open और private networks के बीच में।
परन्तु Blockchain Technology को लेकर बहुत से लोगों में काफी हद तक प्रचार प्रसार हुई है, क्यूंकि ये हमारे भविष्य के technology को पूरी तरह से बदल कर रख देगा। ये बात काफी हद तक सही है, लेकिन इस तरह की बात करने से तो कुछ भी समझ नहीं आएगी इसके लिए हमें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझना होगा, और इसके अलग अलग पहलुओं पर सोच विचार करना होगा, तब जाकर कहीं Blockchain Technology का सही जानकारी मिलेगी ।
ये बात तो सही है की Blockchain को अपनाने की गति बहुत ही धिमी है लेकिन technology experts का मानना है की आने वाले समय में ये गति धीरे धीरे तेज होने वाली है, जो की हमारे लिए एक अच्छी खबर है. भविष्य में ये technology पुरे दुनिया को बदलने वाली है.
ब्लॉकचेन तकनीक क्या है (Blockchain Technology in Hindi)
Blockchain एक digital ledger Technology है. लेकिन हम सभी जानते हैं की Ledger क्या होता है? Ledger एक प्रकार का ऐसा book है जो ऐसे account डेटा रखता है, जहाँ debits और credits transactions post होते हैं वह book से जहाँ की original entry होती हैं या कहे की original book से entry इस ledger में update होता हैं.
फिर से समझते हैं Blockchain Technology को आसान भाषा में
मान लीजिये की आपके पास एक file है जो की आपके computer (a “ledger”) में मौजूद है. दो government accountants (जिन्हें हम “miners” भी कह सकते हैं ) के पास भी उसी तरह की समान file उनके system में भी हैं जिन्हे वह ट्रांजक्शन करना चाहता है, जैसे ही आप एक transaction करते हैं, आपका computer उन दोनों accountant को e-mail करके हैं उन्हें inform (आगाह) करने के लिए।
हर एक accountant जल्दी से जल्दी सबसे पहले check करना चाहता है की कहीं आप इसे afford कर सकते है या नहीं और इसके बदले में उन्हें उनके वेतन देते है, जो की है “Bitcoins” मिल सकती है या नहीं ।
इन दोनों में से जो भी इसे पहले check करता है, और वह उसे validate कर “REPLY ALL” press करता है, ताकि वहीँ इसके साथ वो अपनी logic को भी attach कर देता है और उस transaction को verify करने के लिए इसको “Proof of Work” भी कहा जाता है।
यदि वह इसी बीच अगर वो दूसरा accountant भी agree हो जाता है, तब वह अपने files को updates कर लेते हैं, इस पुरे process या concept को “Blockchain” technology कहा जाता है।
इसलिए blockchain को एक ऐसा incorruptible digital ledger of transactions कहा जाता है, जिसे की program किया जाता है और virtually सभी चीज़ों को record किया जाता है, इन सभी list of record जो की blockchain में होती हैं उन्हें “block” कहा जाता है।इसलिए ये blockchain हमेशा के लिए continuously growing list of records रहती है जो की linked और काफी secured होते हैं।
Wallet (बटुआ) क्या है ?
आपकी cryptocurrency holdings को स्टोर करने के लिए एक जगह। कई एक्सचेंज डिजिटल वॉलेट की सुविधा उपलब्ध करते हैं। वॉलेट गर्म (online, software-based) या ठंडे (offline, usually on a device) हो सकते हैं।
Token (टोकन) का अर्थ क्या है ?
दरअसल देखा गया है कि अक्सर इन्वेस्टर Crypto Coin को Token और Crypto Token को Coin समझने की गलती कर बैठते हैं. लेकिन यह दोनों बिल्कुल अलग होती हैं.
सभी Crypto Coin को आप Token कह सकते हैं, लेकिन सभी Token , Coin की कैटेगरी में कभी नहीं आते. सबसे मजेदार बात यह है कि कई सारे User को खुद पता नहीं होता कि वे Crypto Coin खरीद रहे हैं या की Token. ये दोनों ही डिजिटल प्रोडक्ट हैं और दोनों का अपना अलग user base है. इन दोनों के बीच का अंतर उनकी utility का है. कुछ ऐसे काम हैं जिनके लिए टोकन का प्रयोग किया जाता है. वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे platform हैं जहां पर coin accept किये जाते हैं लेकिन टोकन को नहीं.
Crypto Coin का एक अलग blockchain होता है. वहीं Token का अपना blockchain नहीं होता है. उन्हें Crypto Coin के मौजूदा blockchain पर ही बनाया जाता है. लेकिन एक blockchain में हजारों टोकंस को host किया जा सकता है. उदाहरण के तौर पर देखा जाय तो ईथेरियम के blockchain पर maker BAT, ईथर जैसे टोकन बनाए गए हैं.
stable coins भी इसी Category के अंदर आती हैं. जब कोई token exchange होता है, तो वह असल में ओनर के पास से दूसरे ओनर के पास जाता है. नॉन फंजिबल टोकन्स या NFT कहते है इसका सबसे सही EXAMPLE हैं. NFT किसी ownership का सर्टिफिकेट होता है , इसलिए NFT एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर की जाती है, जबकि Crypto Coin के मामले में ऐसा कुछ नहीं होता.
Crypto Coin से जुड़ी किसी भी transaction पर सिर्फ आपका account balance बदलता है और वह transaction blockchain पर दर्ज हो जाती है. यह बिल्कुल एक सामान्य बैंक ट्रांसफर जैसा ही है. जहां किसी transaction पर असल में कोई रुपया या पैसा एक जगह से दूसरी जगह नहीं जाता बल्कि अकाउंट का बैलेंस बदलता रहता है.
क्या है NFT (Non-Fungible Tokens)?
NFTs इसका मतलब नॉन फंजिबल टोकन (Non-Fungible Tokens) एक तरह का digital asset या data होता है, और इसको blockchain पर रिकॉर्ड (दर्शाया ) किया जाता है. Non-Fungible Tokens एक तरह का digital token होता है. इस पर इमेज, गेम, वीडियो, ट्वीट या अन्य किसी को भी Non-Fungible Tokens में बदलकर monetize कर सकते हैं. इसमें सबसे खास बात यह है कि, इन digital asset को Cryptocurrencies के जरिए ही खरीदा और बेचा जाता है. Non-Fungible Tokens काफी Unique है, क्योंकि इसका एक unique id code भी होता है, इस वजह से दो Non-Fungible Tokens कभी आपस में match नहीं कर सकते हैं. इसके साथ ही उनको किसी के द्वारा duplicate भी नहीं बनाया जा सकता है.
आप सभी को बता दें तो सबसे ज्यादा NFT Ethereums पर create किए गए हैं, और इन्हें भी आप किसी दूसरे asset की तरह ही खरीद और बेच सकते हैं. यदि आप भी चाहे तो खुद Non-Fungible Tokens को बनाकर और खुद ही बेच सकते हैं. इसके साथ ही आप इसकी royalty भी कमा सकते हैं. इसमें किसी बिचौलियों (middlemen) की जरूरत नहीं है.
Block (खंड)
यह एक ब्लॉकचेन के भीतर का डेटा के समूह है। क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्लॉकचैन पर टिका हुआ है , ब्लॉक लेनदेन के रिकॉर्ड से बनते हैं क्योंकि उपयोगकर्ता कॉइन खरीदते या बेचते हैं तो प्रत्येक ब्लॉक केवल एक निश्चित मात्रा में (खरीद और बिक्री) की जानकारी रख सकता है। एक बार जब यह उस सीमा तक पहुँच जाता है, तो श्रृंखला को जारी रखने के लिए एक नया ब्लॉक बनता है।
Vitalik Buterin (विटालिक बटरिन)
Vitalik Buterin एक प्रोग्रामर है जिन्होंने 2015 में एथेरियम का आविष्कार किया था।
Coin (सिक्का) क्या है ?
Digital Coin जो मुद्रा ( रुपया मूल्य ) की तरह मार्किट में प्रोडक्ट या सर्विस को खरीदने के लिए प्रयोग किया जाता है, जो blockchains या cryptocurrency network पर रहता है। कुछ blockchains का नेटवर्क और कॉइन दोनों के लिए एक समान नाम होता है, जैसे – बिटकॉइन। दूसरों के पास प्रत्येक के लिए अलग-अलग नाम हो सकते हैं, जैसे स्टेलर ब्लॉकचैन, जिसमें लुमेन नामक एक देशी सिक्का होता है।
Cold Wallet/Cold Storage (कोल्ड वॉलेट/कोल्ड स्टोरेज)
Cold Wallet/Cold Storage अपनी cryptocurrency को पूरी तरह से ऑफ़लाइन रखने का एक सुरक्षित तरीकाहै। कई Cold Storage जिन्हें हार्डवेयर वॉलेट भी कहा जा सकता है, एक USB drive के समान दिखने वाले Physical उपकरण हैं। इस तरह का वॉलेट आपके crypto को hacking and चोरी होने से बचाने में काफी मदद करता है, फिर भी इसके अपने risks भी हैं – जैसे इसे खोना या इनका पॉसवर्ड भूल जाना , साथ ही आपकी क्रिप्टोकरंसी का भी ।
Cryptocurrency (क्रिप्टोकरंसी)क्या है ?
Cryptocurrency एक प्रकार की मुद्रा है, जो digital and decentralized है। क्रिप्टोक्यूरेंसी का उपयोग चीजों को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है, या मूल्य के बृद्धि के लिए long-term तक assets के रूप में रखा जाता है।
Decentralization (विकेन्द्रीकरण)क्या है ?
एक केंद्रीय बिंदु से पुरे वर्ल्ड पर principle of distribution के रूप में ब्लॉकचैन traditional रूप से Decentralization होते हैं क्योंकि उन्हें central authority के बजाय सभी users के संचालन और परिवर्तन करने के लिए majority की आवश्यकता होती है।
Coinbase (कॉइनबेस)क्या है ?
Coinbase एक लोकप्रिय centralized cryptocurrency exchange है । Coinbase ने हाल ही में Nasdaq पर लिस्ट होने वाले पहले क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के रूप में इतिहास बनाया।
Decentralized Finance (DeFi) विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi)
किसी भी बैंक, सरकार या अन्य वित्तीय संस्थान जैसे किसी बिचौलिए की भागीदारी के बिना संचालित वित्तीय गतिविधियां।Decentralized Finance कहलाती है ।
Decentralized Applications (DApps) विकेंद्रीकृत अनुप्रयोग (डीएपी)
Developers के द्वारा डिज़ाइन किए गए और middlemen के बिना कार्रवाई करने के लिए blockchain पर posted किए गए Applicationsजो Decentralized Finance के गतिविधियों को अक्सर Decentralized Apps का उपयोग करके पूरा किया जाता है।
Ethereum (एथेरियम )
Ethereum को Second largest cryptocurrency के रूप में जाना जाता है, एथेरियम एक crypto network और software platform है जिसका उपयोग developers new applications बनाने के लिए कर सकते हैं, और इसमें एक associated currency है जिसे हम ether के नाम से जानते है।
Exchange (अदला बदली/ क्रय विक्रय / लेन देन )क्या है ?
Exchange एक डिजिटल मार्केटप्लेस होता है , जहाँ पर हर तरह के क्रिप्टोकुरेंसी को एक्सचेंज किया जाता है या कहें की वहाँ पर क्रिप्टोकुरेंसी का खरीद और बिक्री या buy sell किया जाता हैं।
Fork (कांटा) का मतलब
जब किसी एक blockchain’s users इसके नियमों में बदलाव करते हैं तो ब्लॉकचेन के protocol में इन परिवर्तनों के result के अक्सर दो नए रास्ते बनते हैं – एक जो old rules का पालन करता है, और एक new blockchain जो पिछले एक से अलग हो जाता है। Example के लिए Bitcoin का एक नया रूप (Fork ) Bitcoin Cash का जन्म हुआ)।
Gas (गैस) फी क्या है ?
Gas एक शुल्क/ फ़ीस है, जो developers को system का उपयोग करने के लिए Ethereum network को भुगतान करना पड़ता है। ether में Gas fee का भुगतान किया जाता है, जो एथेरियम की मूल क्रिप्टोक्यूरेंसी है।
Digital Gold (डिजिटल गोल्ड) का आशय
Experts कभी-कभी specific cryptocurrencies की तुलना real gold से करते हैं, हर कोई स्टोर कर सकता है, और मूल्य में वृद्धि होने के बाद सेल कर सकता है। Bitcoin को आमतौर पर digital gold के रूप में जाना जाता है।
Genesis Block(जेनेसिस ब्लॉक) का अर्थ
Genesis Block बिटकॉइन के सबसे पहले ब्लॉक के नाम को कहते है। यह संपूर्ण bitcoin trading system की नींव को बनाता है।जब 2009 में, developer सतोशी नाकामोटो नाम के bitcoin ने जेनेसिस ब्लॉक बनाया उसी समय से bitcoin trading की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। blockchain’s आधारित protocol में Genesis Block पहला ब्लॉक है। blockchain’ शब्द का नाम तब दिया जाता है जब ब्लॉक की एक श्रृंखला बनाने के लिए अतिरिक्त ब्लॉक जोड़े जाते हैं। blockchain’ स्टोर का हर ब्लॉक पिछले ब्लॉक का Reference है। कभी-कभी तो किसी ब्लॉक को ब्लॉक 0 भी कहा जाता है। क्योंकि जेनेसिस ब्लॉक का कोई पिछला ब्लॉक Reference नहीं है, लेकिन technical terms में, इसका मतलब है कि Genesis Block का मान 0 पर सेट है। इसलिए अन्य सभी ब्लॉकों में 1 से शुरू होने वाली अनुक्रमिक संख्या होगी और पिछले ब्लॉक के लिए 0 सेट मान होगा।तो आप शायद Genesis Block के बारे में समझ गए होंगे ।
HODL(एचओडीएल)
2013 में बिटकॉइन फोरम पर एक user coment में होल्ड (Hold)लिखने की जगह HODL(एचओडीएल) लिख दिया, वह कहना चाह रहा था की I AM HOLDING परन्तु लिखा गया “I AM HODLING” से उत्पन्न शब्द “प्रिय जीवन के लिए होल्ड ऑन” के लिए खड़ा है। इस घटना के कुछ ही दिनों के बाद, क्रिप्टोकुरेंसी के उत्साही प्रेमियों के बीच “होडलिंग” शब्द आम हो गया। उसी समय से इस शब्द का उत्पति तथा प्रयोग क्रिप्टो मार्किट में चल रहा है ।
Hash (हैश)
संख्याओं और अक्षरों का एक unique string जो blocks की identify करती है और crypto buyers and sellers से जुड़ी होती है।
Hot Wallet (हॉट वॉलेट) क्या है ?
एक software-based cryptocurrency wallet, Internet से जुड़ा है। आपके crypto को जल्दी से access करने के लिए बहुत अधिक सुविधाजनक होने कारण, ये वॉलेट ऑफ़लाइन वॉलेट की तुलना में hacking और cyber security attacks के लिए थोड़ा अधिक Sensitive होते हैं – जैसे कि आपके द्वारा अपने मेल या सर्वर में अपना फाइल या डॉक्यूमेंट को रखना और उन्हें अपने घर में एक तिजोरी में बंद रखने की तुलना में वह अधिक आसानी से हैक की जा सकती हैं।
Initial Coin Offering (ICO)आरंभिक सिक्का ऑफरिंग
क्या आपको ICO क्या है (Initial Coin Offering in Hindi) के बारे पता है, आज जिसे देखो वो इसके के बारे में जानना चाहता है, दोस्तों जैसे की हम सभी जानते हैं, की आजकल Cryptocurrency इंटरनेट की दुनिया में काफी छा गई है।
Cryptocurrency का सबसे अच्छा उदाहरण हमारे पास आज देखा जाए तो Bitcoin है। क्योंकि जिस तेजी से Bitcoin की कीमत में लगातार उछाल आया है, तब से लोगों में इसके बारे में जानने के लिए ज्यादा रूचि दिखाई दे रही है, ऐसे में धीरे धीरे लोग Cryptocurrency और उससे जुड़ी सभी बातों बहुत ही गहराई से जानना चाह रहे है।
वर्तमान समय में इन्टरनेट पर किसी भी Bitcoin या cryptocurrency से जुडी वेबसाइट पर एक नयी चीज़ देखने को मिल रही है जिसका नाम है – Initial Coin Offering (ICO) या फिर इसे हिंदी में अनुवाद करे तो “आरंभिक सिक्का ऑफरिंग” है। आज के समय में इंटरनेट पर ICO बड़े चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन कुछ लोगों को (ICO) के बारे में सही जानकारी नहीं है।
जब किसी crypto currency के लिए crowd funding के जरिये money जमा जाती है उस प्रक्रिया में आज के वर्तमान समय में कंपनी अपने investors को जिन्होनें कंपनी को पैसा जुटाने में मदद की है, उनको कंपनी अपना Share या हिस्से की जगह एक टोकन देती है। इस टोकन को investor जिस प्रकार से इस्तेमाल करना चाहे वैसे ही कर सकता है।
Company द्वारा जारी किये गए इस Token को investors किसी को भी Sell कर सकता है। या तो फिर अपने पास रख कर इसकी price value बढ़ने का इंतज़ार भी कर सकता है। और जब प्राइस में बृद्धि हो जायगी तब उनको सेल करके मुनाफा प्राप्त क़र सकता है, आप इन सभी इस टोकन को bitcoin, Ethereum या किसी और crypto currency में इस्तेमाल करके bitcoins खरीदने के लिए प्रयोग कर सकते है। ये tokens हर जगह उपयोग किये जा सकते है।
Halving (संयोग) की परिभाषा
बिटकॉइन के कोड में लिखी गई एक विशेषता जिसमें एक निश्चित संख्या में ब्लॉकों का mined किया जाता है यह आमतौर पर हर चार साल में होता है, circulation (प्रचलन) में प्रवेश करने वाले नए बिटकॉइन की मात्रा/संख्या आधी हो जाती है। रुकने से बिटकॉइन की कीमत पर काफी impact पड़ सकता है।