PM Jandhan Yojana : वर्तमान केंद्र सरकार के प्रमुख वित्तीय समावेशन कार्यक्रम प्रधानमंत्री जन धन योजना के आठ वर्ष पूरे हो गए हैं. इस टाइम के दौरान सरकार इस योजना के माध्यम से अनेक लक्ष्य प्राप्त करने में सफल रही है.
आप सभी को बता दें, इस योजना के बारे में pm मोदी ने मोदी ने 2014 में अपने पहले ही स्वतंत्रता दिवस संबोधन में घोषणा की थी. अगस्त 2014 के उत्तरार्ध में कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए pm ने इस अवसर को देशवासियों को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालने के उत्सव के रूप में वर्णन किया गया था.
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PM Jandhan Yojana : प्रधानमंत्री जनधन योजना के आठ वर्ष पूरे
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) का उद्देश्य विभिन्न वित्तीय सेवाओं जैसे बुनियादी सेविंग bank खातों की उपलब्धता, आवश्यकता-आधारित लोन तक पहुंच, प्रेषण सुविधा, इन्सुरेंस और पेंशन से वंचित कमजोर वर्गों तक पहुंच सुनिश्चित करना था.
इस योजना के जरिए सरकार ने हासिल किए अनेक लक्ष्य
यह पहल काफी महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसने गरीबों को अपनी सेविंग को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने के लिए एक अवसर प्रदान किया, गांवों में अपने परिजनों को रुपया भेजने के अलावा उन्हें सूद खोर साहूकारों के चंगुल से बाहर निकालने का एक अवसर प्रदान किया था .
PM Jandhan Yojana : इसके अलावा भी लाभार्थियों को एक RuPay डेबिट कार्ड मिलता है, जिसमें 1 लाख रुपया का दुर्घटना बीमा cover होता है. पीएमजेडीवाई website ने कहा कि योजना में सभी सरकारी लाभों (केंद्र / राज्य / स्थानीय निकाय से) को लाभार्थी के खातों में प्रसारित करने और केंद्र सरकार की प्रत्यक्ष प्रॉफिट हस्तांतरण (DBT) योजना को आगे बढ़ाने की भी परिकल्पना की गई है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह कहा, की “पीएमजेडीवाई के अंतर्निहित स्तंभ, अर्थात् banking से रहित, असुरक्षित को सुरक्षित करना और गैर-वित्तपोषित लोगों को वित्त पोषित करना है , बहु-हितधारकों के सहयोगात्मक दृष्टिकोण को अपनाना संभव बनाता है उसके साथ ही साथ असेवित और कम सेवा वाले क्षेत्रों की सेवा के लिए प्रौद्योगिकी का बेनिफिट उठाता है.”
PM Jandhan Yojana : वित्त मंत्री ने आगे यह भी कहा कि “खाताधारकों की सहमति-आधारित bank खातों को आधार एवं खाताधारकों के फ़ोन नंबरों से जोड़ने के माध्यम से बनाई गई JAM पाइपलाइन, जो वित्तीय समावेशन पारिस्थितिकी तंत्र के महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है, ने तत्काल प्रत्यक्ष profit हस्तांतरण को सक्षम किया है. पात्र लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के तहत. वित्तीय समावेशन पारिस्थितिकी तंत्र के तहत बनाई गई वास्तुकला का लाभ कोविड -19 महामारी के दौरान काम आया, जब इसने किसानों को pm -किसान के तहत प्रत्यक्ष आय सहायता और पूर्व-अनुदान भुगतान के हस्तांतरण की सुविधा प्रदान की गई है .
सीतारमण ने यह कहा की , उपयुक्त वित्तीय उत्पादों, सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों और data बुनियादी ढांचे से जुड़े एक वास्तु कला के आधार पर नीति के नेतृत्व वाले हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है.
PM Jandhan Yojana : 10 अगस्त, 2022 तक, कुल PMJDY खातों की संख्या 46.25 करोड़ थी, जिसमें 55.59 प्रतिशत (25.71 करोड़) महिलाएं और 66.79 प्रतिशत (30.89 करोड़) ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी क्षेत्रों में थीं. योजना के पहले साल के दौरान ही 17.90 करोड़ PMJDY खाते खोले गए. PMJDY के तहत खातों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है. PMJDY खातों में तीन गुना वृद्धि हुई है.
PM Jandhan Yojana : अगस्त 2022 में कुल 46.25 करोड़ PMJDY खातों में से 37.57 करोड़ (81.2 %) चालू हैं. rbi के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, PMJDY खाते को निष्क्रिय माना जाता है यदि खाते में दो साल से अधिक समय तक कोई ग्राहक-प्रेरित लेनदेन नहीं होता है. PMJDY खातों में से केवल 8.2 % ही जीरो बैलेंस खाते हैं. PMJDY खातों के तहत कुल जमा शेष राशि 173,954 करोड़ रु है. खातों में 2.58 गुना वृद्धि के साथ जमाराशियों में लगभग 7.60 गुना वृद्धि हुई है. प्रति अकॉउंट औसत जमा 3,761 रु है. प्रति अकॉउंट औसत जमा 2.9 गुना से अधिक बढ़ गया है. औसत जमा में वृद्धि खातों के बढ़ते उपयोग और खाताधारकों के बीच बचत की आदत का एक और संकेत है.
लगभग 5.4 करोड़ PMJDY खाताधारक विभिन्न योजनाओं के तहत सरकार से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) प्राप्त करते हैं.
सूक्ष्म बीमा योजनाओं के तहत PMJDY खाताधारकों का कवरेज सुनिश्चित करने का प्रयास. पात्र PMJDY खाताधारकों को PMJJBY और PMSBY के तहत कवर करने की मांग की जाएगी. इस बारे में बैंकों को पहले ही सूचित कर दिया गया है. भारत भर में स्वीकृति बुनियादी ढांचे के निर्माण के माध्यम से PMJDY खाताधारकों के बीच रुपे डेबिट कार्ड के उपयोग सहित डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना. PMJDY खाताधारकों की माइक्रो-क्रेडिट और माइक्रो-निवेश जैसे फ्लेक्सी-आवर्ती जमा आदि तक पहुंच में सुधार करना.