अब वेटिंग टिकट कन्फर्म करने के लिए एक नया सिस्टम शुरू हो रही है सीट खाली होते ही उनका टिकट अपने आप कन्फर्म हो जाएगा। नई व्यवस्था के तहत वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को टीटीई का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। 

ट्रेनों में अक्सर देखा जाता है कि वेटिंग टिकट वाले यात्री आगे-पीछे टीटीई का चक्कर लगाते रहते हैं। कई बार लाख अनुरोध करने के बाद भी टिकट कन्फर्म नहीं होता है, 

कई बार चंद रुपये की रिश्वत देकर टिकट कन्फर्म हो जाता है। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि भारतीय रेलवे अपने सिस्टम में बदलाव करने जा रहा है। अब यात्री चलती ट्रेन में आसानी से टिकट कन्फर्म कर सकेंगे।

इस नई व्यवस्था के तहत सभी टीटीई हैंड होल्डिंग डिवाइस से लैस होंगे। जैसे ही इस डिवाइस पर आरक्षित सीट खाली हो जाती है, इसे रीयल टाइम में अपडेट कर दिया जाएगा और इस तरह वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की सीट..

ज्ञात हो कि मौजूदा व्यवस्था के तहत ट्रेन के रवाना होने के करीब 30 मिनट पहले अपडेटेड चार्ट जारी किया जाता है. इसके बाद टीटीई मैन्युअल रूप से चलती ट्रेन में आरएसी और फिर वेटिंग टिकट की पुष्टि करता है।

ज्ञात हो कि मौजूदा व्यवस्था के तहत ट्रेन के रवाना होने के करीब 30 मिनट पहले अपडेटेड चार्ट जारी किया जाता है. इसके बाद टीटीई मैन्युअल रूप से चलती ट्रेन में आरएसी 

यात्रियों की शिकायतों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने लिया ये फैसला : दरअसल, रेलवे अधिकारियों को लगातार टीटीई की मनमानी की शिकायतें मिल रही थीं। यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए बदलाव किया है।

 यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए बदलाव करने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड ने अब सभी टीटीई को हैंड होल्डिंग डिवाइस उपलब्ध कराने का आदेश है।अब ये उपकरण सभी रेलवे मंडलों के टीटीई को दिए जा रहे हैं।

 यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए बदलाव करने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड ने अब सभी टीटीई को हैंड होल्डिंग डिवाइस उपलब्ध कराने का आदेश है।अब ये उपकरण सभी रेलवे मंडलों के टीटीई को दिए जा रहे हैं।

जिसके बाद सीट खाली होते ही यात्री के मोबाइल पर सीट कंफर्मेशन का मैसेज पहुंच जाएगा। इस तरह यात्रियों को न तो टीटीई के चक्कर लगाने पड़ेंगे और न ही अपनी जेब गर्म करनी पड़ेगी।