निवेश की पाई-पाई का रखें हिसाब; SIP से रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का कैसे मिलता है फायदा?

इक्विटी मार्केट में सीधे जोखिम लेने से डरते हैं, तो म्‍यूचुअल फंड के जरिए कैपिटल मार्केट के आकर्षक रिटर्न का फायदा उठा सकते हैं.

आज के टाइम में म्‍यूचुअल फंड में निवेश काफी आसान है. एक्‍सपर्ट मानते हैं कि छोटी बचत के रेगुलर निवेश के लिए SIP एक बेहतर विकल्‍प है.

SIP का फायदा लंबी समय के निवेश में है, जहां कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है. ऐसा इस लिए क्‍योंकि SIP रुपी कॉस्ट एवरेजिंग पर काम करता है.

क्या है SIP? SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स में नियमित निवेश का एक तरीका हैं .

इसमें आप साप्ताहिक, मासिक, तिमाही, सालाना निवेश ऑप्‍शन मिलता है. कम से कम 500 से निवेश कर सकते हैं.

SIP: रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदें SIP के जरिए निवेश में एक फायदा है कि यह रुपी कॉस्‍ट एवरेजिंग पर काम करता है.

यह अप्रोच लंबी समय में प्रति यूनिट हमारी एवरेज कॉस्‍ट को कम करता है. SIP इसी सिद्धांत पर काम करता है.

SIP AUM ऑलटाइम हाई पर अगस्त में SIP अकाउंट्स की संख्या 5.71 करोड़ के टॉप  पर पहुंच गई और 12,693.45 करोड़ रुपये का निवेश आया है.

SIP AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) ऑलटाइम हाई पर है और यह 6.39 लाख करोड़ रुपये के लेवल पर जा पहुंचा है. अगस्त 2022 में 21.13 लाख नए SIP अकाउंट्स रजिस्टर हुए.

(डिस्‍कलेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले सभी दस्‍तावेज सावधानी से पढ़ लें और अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)