विश्व की सबसे महंगी Currency कौन सी है, क्या आपको पता है? विश्व की सबसे महंगी Currency कौन सी है,Which most expensive currency world सबसे महंगी मुद्रा क्या है| दुनिया की 10 सबसे महंगी करेंसी भारत की करेंसी कितने नंबर पर है महंगी मुद्रा का अर्थ दुनिया की सबसे कमजोर करेंसी दिनार किस देश की करेंसी है कुवैत करेंसी सबसे बड़ा पैसा कहां का है भारत बनाम अन्य देश की मुद्रा इस तरह का प्रश्न आपके मन में है तो इस पोस्ट को जरूर पूरा अध्ययन करें
विश्व की सबसे महंगी Currency कौन सी है, क्या आपको पता है? कुवैती दीनार पूरी दुनिया की सबसे महंगी मुद्रा (Currency ) है. आइए हम सभी जानते हैं की यह मुद्रा दुनिया कि सबसे महंगी मुद्रा कैसे है.
विश्व की सबसे महंगी Currency कौन सी है क्या आप इसके बारे में जानते है?
आज के इस वर्तमान समय में मुद्राएं हमारे लिए कितनी जरूरी ये तो हम सभी लोग जानते ही हैं. किसी भी प्रकार की काम, चीज या सुख सुविधा को खरीदने के लिए हम सभी को करेंसी की जरुरत पड़ती ही है. यानी की हम यह समझ सकते हैं कि आज के वर्तमान समय में मुद्राओं के बिना जिंदगी जीना असंभव सा लगता है.
प्राचीन काल में यह संभव था क्योंकि उस ज़माने में वस्तु विनिमय प्रणाली चलती थी. उस समय वस्तु विनिमय प्रणाली के द्वारा लोग एक वस्तु को दूसरे वस्तु से बदल देते थे. इसका आशय यह है की जिस व्यक्ति को यदि चावल देने से बदले में किसी आदमी से कोई और अनाज या कोई और वस्तु उनके जरुरत के अनुसार मिल जाती थी।
मुद्रा का इस्तेमाल
पुराने ज़माने में विश्व के सभी देशों में व्यापार और चीजों को खरीदने बेचने के लिए वस्तु विनिमय प्रणाली का ही इस्तेमाल या प्रयोग होता था. आज के वर्तमान समय में हर एक देश की उसकी एक अपनी अलग मुद्रा (currency) होती है जिसके माध्यम से उस देश के लोग अपने देश में कोई भी चीज , वस्तु , सर्विस या सुविधा खरीदते और बेचने के लिए प्रयोग करते हैं.
आज हर देश की मुद्रा और उसकी कीमत भिन्न भिन्न होती है. इसका मतलब यह है जब हम किसी को दूसरे देश की मुद्रा का इस्तेमाल हमारे भारत में करना हैं तो भारतीय मुद्रा में उसको सबसे पहले परिवर्तित करना होगा तो उसकी कीमत बदल जाती है.
क्यों बढ़ती-घटती है मुद्रा की कीमत?
चलिए उदाहरण के लिए अगर हम लोग 1 US डॉलर को भारतीय मुद्रा में परिवर्तन करके देखते है, मान ले अभी उसकी कीमत 72.89 ₹ (इंडियन करेंसी ) में है। यह कीमत समय के मुताबिक कभी बढ़ती है तो कही घटती रहती है.
किसी भी अन्य देश की मुद्रा (currency) के मजबूत या कमजोर होने का प्रमुख कारण उस मुद्रा (currency) का उपयोग होता है. हर देश के पास दूसरे देशों के मुद्राओं का भंडार भी होता है, जिनका उपयोग अन्य देशों के लेन- देन के लिए होता है. इन्हीं सभी मुद्रा भंडारों के घटने या बढ़ने से मुद्रा की कीमत में भी परिवर्तन होती रहती है.
विश्व की सबसे महंगी Currency कौन सी है
अंतरराष्ट्रीय कारोबार में पूरी दुनिया के अधिकतर देशों के द्वारा यूएस डॉलर का अधिक प्रयोग या इस्तेमाल किए जाने और अधिकतर देशों में स्वीकार किए जाने की वजह से यूएस डॉलर को वैश्विक मुद्रा का स्थान मिला है और US मुद्रा के भंडार कम या अधिक होने पर हमारे भारतीय रुपए के मजबूत और कमजोर होने का अनुमान आसानी से लगाया जाता है.
दुनिया की सबसे ताकतवर मुद्रा
कुवैत देश की मुद्रा (currency) पूरी दुनिया की सबसे ताकतवर मुद्रा के रूप में आज सामने है और इसका मुख्य कारण यहां पर भारी मात्रा में पाए जाने वाले तेल का भंडार है। जो कुवैत देश पूरी दुनिया में इस तेल का निर्यात करता है. इस देश का करेंसी कोड KWD है। 1 दीनार की कीमत हमारे भारत के 249.56 रुपए के बराबर है. ये कीमत समय के अनुसार कभी घटती-बढ़ती रहती है।
देखा जाये तो आज के आधुनिक समय में कुवैती दीनार पूरी दुनिया की सबसे महंगी करेंसी मानी जाती है. क्या आप को पता है, कि आज से करीब 70-80 वर्ष पहले कुवैत में जो करेंसी किया गया था उसे हमारे भारत सरकार जारी की थी. यानि RBI उस समय में कुवैत की करेंसी बनाया करता था और उस समय उस करेंसी का नाम था गल्फ रुपि (Gulf Rupee) यह काफी हद तक हमारे भारतीय रूपया से मिलता जुलता था.
उस समय इस गल्फ रूपी की खासियत यह थी की इसे भारत के अंदर इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं था. फिर भी 1961 में कुवैत को अंग्रेजी सरकार यानि (अंग्रेजों )से आजादी मिली थी। उसके बाद 1963 में कुवैत एक अरब कंट्री बन गई। जहां पर एक नए सरकार का चुनाव हुआ और शासन अभी सुचारु रूप से चल रहा है।
आप नहीं जानते है, तो आपको बता दें की 1960 में कुवैती सरकार ने पहली बार अपनी पहली कुवैती करेंसी को जारी किया था. उस समय कुवैती करेंसी कीमत हमारे भारतीय रुपये के अनुसार देखा जय तो 13 रुपये पर 1 कुवैती दीनार था. लेकिन 1970 में कुवैती दीनार का इंटरनेशनल मार्केट में एक्सचेंज रेट फिक्स कर दिया गया जिसके वजह से कुवैती दीनार आज भी फिक्स्ड रेट पर ही है.
अब आप सोचिये की इतने सारे फायदे और नुकसान के बिच भी कुवैत का दीनार पूरी दुनिया की सबसे महंगी और मजबूत करेंसी कैसे बनी हुई है. इन सभी के पीछे एक ही वजह है वहाँ से निकलने वाला तेल। कुवैत के पास पूरी दुनिया का सबसे बड़ा तेलों का खदान है। इसी तेल के दम के चलते आज भी कुवैती दीनार की सबसे ज्यादा है.
उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप सभी को विश्व की सबसे महंगी एवं मजबूत करेंसी कौन है इस बारे में इस पोस्ट पर जानकारी उपलब्ध कराई गई है यदि आपको अच्छा लगा तो जरूर कमेंट करें धन्यवाद